लक्षित सैनी
राज की नीति न्यूज, हिसार :
असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती को लेकर राज्यसभा सांसद एवं कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (एचपीएससी) और नायब सैनी सरकार पर हमला बोलते हुए पूरी भर्ती प्रणाली को सवालों के कटघरे में खड़ा किया है। सुरजेवाला ने हिसार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने हरियाणा के युवाओं की जिंदगी से खुला खिलवाड़ किया है और ताजातरीन 24 श्रेणियों की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्तियों में हो रही दिनदहाड़े हेराफेरी व धांधली इसका जीता-जागता सबूत है। सुरजेवाला ने कहा कि आए दिन असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के प्रश्नपत्रों की सील टूटी मिलती है। गलत सवाल व जवाब पूछे जाते हैं और एचपीएससी व सरकारी घालमेल के चलते साल 2019 से असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती का इंतजार कर रहे लाखों युवक व युवतियों की जिंदगी बर्बाद हो गई है।
सुरजेवाला ने एचपीएससी को हेराफेरी सर्विस कमीशन का नाम देते हुए कहा कि सारे गड़बड़झाले की सीधी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री व बिहार से आयात कर हरियाणा पर थोपे गए एचपीएससी के चेयरमैन की है। उन्होंने पत्रकारवार्ता में बाकायदा असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में हो रही कथित धांधलियों के कागजात और सबूत जारी करते हुए दावा किया कि एचपीएससी की कार्यप्रणाली व भाजपा सरकार की भूमिका की न्यायिक जांच ही एकमात्र उपाय बचा है। उन्होंने कहा कि साल 2019 के बाद यानी 7 साल से हरियाणा में असिस्टेंट प्रोफेसर (कॉलेज काडर) की नियुक्ति नहीं हुई है। अगस्त 2024 में 26 सब्जेक्ट्स के 2424 असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों की एडवरटाइमेंट एचपीएससी द्वारा निकाली गई, जिसके लिए लगभग 1.5 लाख युवाओं ने अप्लाई किया था। जैसे ही असिस्टेंट प्रोफेसर एग्जाम प्रक्रिया शुरू हुई, वह गड़बड़झालों, घालमेल और गलतियों के घेरे में आ गई। उन्होंने कहा कि 29 मई 2025 को हुए असिस्टेंट प्रोफेसर (पॉलिटिकल साइंस) के पेपरों की सील टूटी मिली। इसी प्रकार एक जून 2025 को असिस्टेंट प्रोफेसर (हिंदी) का पेपर लिया गया। एक बार फिर 6 प्रश्नपत्रों की सील टूटी मिली और लिफाफे खुले मिले। प्रश्नपत्र में 27 प्रश्न ही पूरी तरह गलत पाए गए, परंतु एचपीएससी ने 30 मई 2025 को लिखित ऑर्डर जारी कर कहा कि सबकुछ ठीकठाक है और केवल पैक करते हुए सील टूट गई थी, लेकिन जब शोर मचा तो 3 जून 2025 को असिस्टेंट प्रोफेसर (हिंदी) का पेपर कैंसल कर दिया। अगर सील टूटी नहीं थी और प्रश्न गलत ही नहीं थे तो फिर पेपर कैंसल क्यों किया गया। यही गड़बड़झाले का सबसे बड़ा सबूत है। सुरजेवाला ने ऐसे ही अनेक उदाहरण देकर एचपीएससी पर गड़बड़झाले के आरोप लगाए।

सुरजेवाला ने की सरकार से एचपीएससी की बर्खास्तगी की मांग
राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रदेश सरकार से एचपीएससी को फौरन बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा कि असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के सभी पेपर दोबारा पारदर्शी व निष्पक्ष तरीके से आयोजित किए जाएं। साथ ही भर्ती प्रक्रिया में घालमेल की न्यायिक जांच होनी चाहिए। एचपीएससी की प्रश्नपत्र प्रणाली में जिम्मेदारी, जवाबदेही, निष्पक्षता व पारदर्शिता निर्धारित करने के लिए एक एक्सपर्ट ग्रुप का गठन किया जाए। प्रश्नपत्रों में भयंकर अनियमितता करने वाले सभी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर पूर्व मंत्री संपत सिंह, एआईसीसी सदस्य राजेश संदलाना, वरिष्ठ नेता धर्मवीर गोयत, बृजलाल बहबलपुरिया, युवा नेता आनंद जाखड़, सतपाल कुलड़िया, दिनेश पूनिया, जय भगवान भडाना हांसी आदि मौजूद रहे।