जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर महासिंह पूनिया ने कहा कि फोटोग्राफी के माध्यम से युवा रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। फोटोग्राफी क्षेत्र बहुत रचनात्मक क्षेत्र है उसमे विद्यार्थियों को अपना कौशल निखारने में सहायता मिलेगी। वे सोमवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान में फोटोग्राफी क्लब के इंडक्शन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
प्रो. महासिंह पूनिया ने विद्यार्थियों को फोटोग्राफी क्लब के इंडक्शन कार्यक्रम के तहत प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में आस-पास की चीजों को देखने का नजरिया बिल्कुल अलग होता है जिसमें आप अपनी रचनात्मकता दिखा सकते हैं। उन्होने कहा कि विद्यार्थियों को फोटोग्राफी के लिए धरोहर और 1857 की क्रांति का संग्रहालय को देखना चाहिए ताकि वे रचनात्मक कौशल विस्तार से दे सके। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता फाईन आर्ट विभाग के पूर्व चैयरमेन एवं एसोसिएट प्रौफेसर डॉ. पवन कुमार ने कहा कि फोटोग्राफी ऐसी विधा है जिसके तहत हम अपने भाव एवं विचारों को तस्वीरों के रूप में समाज के सम्मुख प्रस्तुत करते है। उन्होने कहा कि फोटोग्राफी का वर्तमान कैमरा बहुत हल्का फुलका एवं बेहतरीन है लेकिन इसकी शुरूआत का दौर बहुत कठिन था। फोटोग्राफी का इतिहास बताते हुए कहा कि प्रारंभिक कैमरे लगभग एक कमरे के बराबर होते थे लेकिन समय के साथ वो पॉकेट फैंडली होते चले गये। उन्होने विद्यार्थियों को फोटोग्राफी तकनीक, एंगल, एंगल की बारिकियों को प्रैक्टिकल रूप समझाया।
जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान के अस्सिटेंट प्रोफेसर एवं फोटाग्राफी क्लब के कोर्डिनेडर डॉ. रोशन मस्ताना ने कहा कि फोटोग्राफी क्लब कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा की दूरदर्शिता का परिणाम है जिसके तहत संपूर्ण विभागों एवं संस्थानों में फोटाग्राफी क्लब संचालित है। उन्होंने कहा कि फोटोग्राफी क्लब के विभिन्न उदेश्य हैं जिनमें विद्यार्थियों को तकनीकी ज्ञान के तहत आगे बढ़ाया जा सकेगा इसके तहत ही विद्यार्थियों की फोटोग्राफी की बारीकियों के संबंध में असीम जानकारियां प्राप्त होगी। इस अवसर पर डॉ. आबिद अली, डॉ. अभिनव, सुनिता, रितु, सचिन, राकेश, प्रिति, राहुल सहित करीब 100 विद्यार्थी उपस्थित रहे।
