सीखने के जज्बे को ध्येय बनाकर प्रशिक्षणार्थी अपने-अपने जिलों में आपदा से निपटने के लिए बनाएं नई टीमें : चेतना चौधरी

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राज की नीत‍ि न्‍यूज, कुरुक्षेत्र : जिला राजस्व अधिकारी चेतना चौधरी ने कहा कि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग सबसे पुराना विभाग है और प्राकृतिक विपदा के समय हमेशा मदद करता है। आपदा के समय किसी का जीवन बचाना समाज की सबसे बड़ी सेवा है। राज्य स्तरीय बाढ़ राहत शिविर में प्रशिक्षण लेने के बाद सभी प्रशिक्षणार्थी आपदा के समय दूसरों के जीवन की रक्षा करने के लिए अपने-अपने जिलों में टीम बनाएं और नए लोगों को अपने साथ जोड़ें। सभी प्रशिक्षणार्थियों को आपदा के लिए हमेशा मुस्तैद रहने और अच्छे परिणाम के लिए निरंतर अभ्यास करते रहना चाहिए।
जिला राजस्व अधिकारी चेतना चौधरी शनिवार को राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग हरियाणा व जिला प्रशासन के तत्वाधान में ब्रह्मसरोवर पर आयोजित 6 दिवसीय राज्य स्तरीय बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए प्रतिभागी प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में बाढ़ की समस्या होती है, इसलिए हमें जन जीवन व पशु धन के जीवन को बचाना है इसके लिए हमें हर चीज बारीकी से सीखनी होगी, हमें राफ्ट मेकिंग आना चाहिए, जिन गांवों में लकड़ी की पुरानी बल्ली मिले उसे इस्तेमाल करें क्योंकि यह बाढ़ के समय काम आएगी। हमें संचार साधन सही रखना होगा, समय आने पर लोगों को जानकारी देनी होगी तथा बचाव के साधन समझाने होंगे। हमें ऐसे खाद्य पदार्थ बनाने सीखने होंगे जो बाढ़ के समय हम खा सके ताकि समय पर कोई समस्या ना आए।
उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारी अपने नजरिए को और आगे बढ़ाएं तो समाज उनको उतना ही बड़ा दिखाई देगा। समाज में अनेकों ऐसी कुरीतियां या समस्याएं नजर आएंगी, जिनका समाधान करके आत्म संतुष्टि की अनुभूति होगी। सभी को इस प्रकार के प्रशिक्षण शिविरों में पूरी मेहनत, लगन, ईमानदारी के साथ प्रशिक्षण लेना चाहिए और प्रशिक्षण लेने के उपरांत आपातकालीन स्थिति में अपने दायित्व का निर्वाह करना चाहिए। आपातकालीन परिस्थितियों में दूसरों के जीवन की रक्षा करने का लक्ष्य प्रशिक्षणार्थियों के जहन में हमेशा रहना चाहिए। इस कार्य को पूरे जोश और जुनून के साथ करने की जरूरत है तभी दूसरों के जीवन को बचाने के लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकेगा। दूसरों का जीवन बचाकर जहां आत्म संतुष्टि मिलेगी, वहीं प्रशिक्षण शिविर में दिए गए प्रशिक्षण का मकसद भी पूरा होगा। तैराकी और आपदा के समय बचाव करना एक प्रभावी कला है, जिससे दूसरों की जान को बचाकर सबसे बड़ा पुण्य कमाने का मौका मिलता है। इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए सभी को हमेशा तत्पर रहना चाहिए।
चीफ इंस्ट्रक्टर मुकेश कुमार ने मेहमानों का स्वागत करते हुए 6 दिवसीय शिविर के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि इन 6 दिनों में प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया है। कार्यक्रम में मुख्य इंस्ट्रक्टर मुकेश कुमार ने आए हुए अतिथियों का आभार प्रकट किया। इससे पहले मुख्य अतिथि डीआरओ चेतना चौधरी के सामने विभाग द्वारा शिविर में सीखी गई चीजों का डेमो भी प्रस्तुत किया गया। इस दौरान प्रशिक्षणार्थियों द्वारा दुर्घटना के समय कैसे घायल व्यक्ति की सहायता की जाती है, को लेकर मॉक ड्रिल के माध्यम से करके दिखाया। इस मौके पर तैराकी, किश्ती चालन, फस्र्ट एड, होमगार्ड  प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ-साथ एफसीआर कार्यालय चंडीगढ़ से अधीक्षक तारा चंद, सहायक विपिन सैनी, सहायक आशु शर्मा को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर चीफ इंस्ट्रक्टर मुकेश कुमार, अतिरिक्त मुख्य इंस्ट्रक्टर भगत सिंह, अतिरिक्त इंस्ट्रक्टर राज कुमार, राजपाल, राजमल,सुशील कुमार,रणधीर सिंह, गोपाल राणा, जिले सिंह, संजय राणा, सुशील कुमार, रमेश कुमार, ज्ञान प्रकाश, जीत सिंह, राकेश कुमार,शाहजंहा, जसबीर पाल को सम्मानित किया।
झज्जर जिला ने जीती ओवरऑल ट्रॉफी
राज्य स्तरीय बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर में पानीपत के शिव कुमार ने श्री जितेन्द्र सिंह मेमोरियल ट्रॉफी, आशीष भिवानी ने श्री जगपाल सिंह मेमोरियल ट्रॉफी व झज्जर के मनीत को नायाब सिंह मेमोरिय ट्राफी प्रदान की गई जबकि ओवरऑल ट्रॉफी जिला झज्जर को प्रदान की गई। इसके अलावा रैड क्रॉस से अंजू कश्यप, किरन, होमगार्ड से प्रताप सिंह, राकेश कुमार, रमन कुमार, जय कुमार को सम्मानित किया गया।
विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रशिक्षणार्थियों ने लिया भाग
डीआरओ चेतना चौधरी ने कहा कि 6 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें चप्पू द्वारा किश्ती चालन प्रतियोगिता में भिवानी के आशीष कुमार ने प्रथम, करनाल के रामपाल ने द्वितीय व जींद के अजय व कैथल के श्रवण तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार तैराकी प्रतियोगिता में पानीपत के शिव कुमार प्रथम,झज्जर के अमित ने द्वितीय, झज्जर के दीपक ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। बनावटी तैराकी साधन प्रतियोगिता में जींद के जसवीर सिंह प्रथम, सिरसा के अमित सिंह द्वितीय, रोहतक के जगरूप व कैथल के शिशपाल संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। फस्र्ट एड प्रतियोगिता में झज्जर के मनीत प्रथम, कैथल के रामकुमार द्वितीय, कुरुक्षेत्र के गुलाब सिंह व हिसार के अमन तृतीय स्थान पर रहे।

दुर्घटना के समय कैसे घायल व्यक्ति की सहायता की जाती है, को लेकर मॉक ड्रिल के माध्यम से करके दिखाते प्रशक्षिणार्थी।
प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करतीं मुख्‍य अतिथि चेतना चौधरी।
प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम में उपस्थित प्रशिक्षणार्थी।
ब्रह्मसरोवर में प्रशिक्षण का प्रदर्शन करते तैराक।

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